तब गिरकर ही मिटता है दोनों का सुकून ~ए~ प्यार। तब गिरकर ही मिटता है दोनों का सुकून ~ए~ प्यार।
सातों रंग मिलें तो, एक रंग बन जाय जीवन में सुख दुख भी, संग करें बौछार! सातों रंग मिलें तो, एक रंग बन जाय जीवन में सुख दुख भी, संग करें बौछार!
चलो पकड़ते हैं रंग-बिरगी तितलियाँ चलो पकड़ते हैं रंग-बिरगी तितलियाँ
क्या झूमोगे साथ मेरे, फागुन की फुहार। क्या झूमोगे साथ मेरे, फागुन की फुहार।
आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।। आई आई बसंत बयार लहलहाते खेत खलिहान।।
फूटेंगी फिर नई कोपलें है यही उम्मीद पतझड़ भी एक मौसम होगा देगा नई सीख फूटेंगी फिर नई कोपलें है यही उम्मीद पतझड़ भी एक मौसम होगा देगा नई सीख